भाग - 6 (राधा अम्मा )

    

        ◆ भाग - 6
   


    

उसकी मासुमियत देख राधा रानी की ममता जाग उठती थी और वों उसके बुलाने पर दौड़ी चली आती थी |

एक दिन राहुल के पिता ने उसको बुलाया ;
पिताजी - " राहुल तुम्हे तुम्हारी अम्मा की याद आती होगी ..? "
राहुल -  " हां बाबू जी आती तो है !!"
पिताजी - तुम्हारे वास्ते दूसरी अम्मा ले आओ तो कैसा होगा ..?"
राहुल -  दूसरी अम्मा क्यों !!?? मेरे पास तो पहले से ही राधा अम्मा तो है ही ..!!"

दादी- "  अरे !  तुम से बोला तो था पहले भी ; राधा रानी सारे जग की अम्मा है ...सिर्फ तेरी नहीं ...!! तेरे लिए वो वाली अम्मा लेके आएंगे जो सिर्फ तेरी ही होगी !! "

राहुल - "ऐसा नही है ...,वो बहुत प्यार करती है मुझसे !!"

दादी - हाँ करती है बिटवा ...पर वह भगवान है !!"

राहुल -  वो मेरा बहुत अच्छे से ध्यान रखती है...और तो और वह मेरे हमेशा साथ.......... "

पिताजी बीच में ही बात काटते हुए ;
" ठीक है , माना राधारानी तेरी अम्मा है पर अगर एक और अम्मा आजाए तो इसमे क्या हर्ज होगा ?"

राहुल - "  पर मुझे नहीं चाहिए बापू !!"
नाक सिकुड़ते हुए बोला |

पिताजी - तेरी दादी को तो चाहिए ...और मुझे भी चाहिए !! देख बिटवा ... घर का काम दादी अकेले नहीं कर पा रही है ,  तू तो जानता ही है उनके पैरों में दर्द रहता है और अक्सर बीमार भी रहती है ऊपर से मैं पूरा दिन ड्यूटी में रहता हूं , घर आकर भी सारा काम मुझे ही करना पड़ता है , तेरी साथ समय भी नही बिता पाता हूँ ... थक गया हूँ काम करते-करते |"

राहुल - " बापू पर......!! "
पिताजी - "  तुझसे तेरी नई अम्मा बहुत प्यार करेगी ,  बिल्कुल तेरी अम्मा जैसा ...तेरा बहुत ध्यान रखेगी !!"

5 साल का बालक सबकी भलाई देख मान गया एक झूठी मुस्कान देकर और फिर दौड़कर ये खबर अपनी राधा अम्मा को सुनाने के लिए उनके कमरे में चला गया |
राहुल - "राधा अम्मा... राधा अम्मा !! कहाँ हो आप ? "

राधारानी -  क्या हुआ लल्ला !!? काहे बुला रहे हो मोको इस वक्त ??"  सब ठीक तो है !!" 
(राधारानी राहुल के पीछे से मुस्कुराते हुए बोली)

राहुल  - " क्या अम्मा तुम हर बार तो जादूगरनी की तरह मेरी मन की बात जान लेती हो तो फिर पूछती काहे हो ??"

राधारानी -  "क्योंकि मोको तेरे मुंह से सुनना मुझे अच्छा लगता है लल्ला !! "
(राहुल के गालों को हल्के से खीचते हुए बोली)

राहुल - " अच्छा चल अब यह सब छोड़ ....एक जरूरी बात पूछनी है ;  देख सच-सच बताना बता देना ... मन की बात बाहर निकाल देना .... मन में कुछ भी न रखना !!"

अम्मा  - " अच्छा-अच्छा !! लल्ला  बोल तो | "

राहुल - " अगर मेरी नई अम्मा आ गई तो तुझे कोई दिक्कत तो नहीं होगी ? "

राधारानी - " क्यों लल्ला नई अम्मा काहे ला रहे हो ?...   तुझको क्या मैं अच्छी नहीं लगती ,  क्या मेरा प्यार में कुछ कमी हो गई है ?"
राधा रानी मुंह फेरते हुए बोली |

राहुल अम्मा का हाथ पकड़कर प्यार से कहने लगा -:
" यह कैसी बात करती हो अम्मा !! कोई कमी नहीं है ... आपने तो मुझे खजाना दिया है प्यार का !!"

राधारानी - " तो फिर !!"

राहुल - " अरे  मुझे थोड़ा चाहिए ...दादी और बापू के लिए चाहिए !!  मेरे लिए तो तुम काफी हो |"

राधारानी -"  अगर तू नई अम्मा के आते ही मुझे भूल    गया तो ?"

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क्रमशः 💐



❤️राधे राधे🙏




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Comments

Nikhil kumar said…
Kitni Madhur aur payari baate ho Rahi hai, bahut Sundar ☺️🌻❤️