मानो तो भगवान ना मानो तो पत्थर... एक बार भगवान को अपना बना कर तो देखो ...उनसे रिश्ता जोड़ कर तो देखो ... वह रिश्ता दुनिया का सबसे मजबूत और खूबसूरत अपने आप बन जाएगा |
उत्तरप्रदेश के एक छोटे से गांव में राहुल नाम का लड़का रहता था | उसकी उम्र करीबन 5 साल की थी, छोटे से घर में मां बापू और अपनी दादी के साथ खुशी-खुशी रह रहा था | उसके बापू यानी पिताजी डाकखाने में नौकरी करते थे तो घर में किसी भी चीज की कोई कमी नहीं थी , घर के पास ही भगवान श्रीकृष्ण का छोटा सा मंदिर स्थापित था ; रोज शाम को राहुल अपनी दादी के साथ आरती में जाता , प्रसाद ग्रहण करता , दोस्तों के साथ खेलता और थक कर सो जाता फिर सुबह उठ कर स्कूल जाता ... यही करते-करते उसके दिन बहुत अच्छे से बीत रहे थे |
अचानक एक दिन जब राहुल सुबह उठा तो उसने देखा घर पर हल्ला मचा हुआ था , रोने की आवाजें आ रही थी ; वह घबराकर बाहर गया और देखा आँगन में भीड़ लगी हुई थी तो वह दरवाजे से ही चिल्लाकर बोला - " अम्मा कहां हो तुम !!?? यहाँ क्या हो रहा है...?"
उसकी आवाज सुन उसकी दादी उसके पास आई और राहुल को अंदर जाने को कहा ; अपनी दादी को देख वह बोला " दादी वहां पर इतनी भीड़ क्यों लगी है और तुम काहे रो रही हो ..?! "
दादी - "कुछ नहीं हुआ लल्ला तू अंदर जा !!"
राहुल - "बोल तो दादी आप काहे रो रही हो ??"
दादी - "तू अंदर तो जा आकर सब बताती हूं "
राहुल - " हां जाता हूँ... जाता हूँ ...अच्छा सुनो !अम्मा से कह देना दूध लाने को | "
दादी - मैं लेकर आती हूं ; अभी तू अंदर जा |"
राहुल- तुम काहे ला रही हो..?तुम्हारे तो पैरों में दर्द है .., अम्मा से कह दो वो ला देगी"
दादी यह सुनकर और रोने लगी |
राहुल - "काहे रो रही हो दादी ...? कुछ तो बोलो ..?"
दादी के आंखों से आंसू बहने लगे थे उन्होंने रोते रोते कहा.."चली गयी तेरी अम्मा रे !!"
राहुल -" कहां चले गयी सुबह-सुबह बिना बताए ?"
दादी ने रोते हुए जवाब दिया ..."चली गई रे अम्मा तेरी बिना बताए!!"
राहुल - तो इसमें रोने की क्या बात है ..? अभी आ जाएगी वापस, पानी भरने गई होगी "
दादी - हमेशा के लिए चली गई लल्ला !! हमेशा के लिए..."
राहुल - अरे !! ऐसे कैसे चली ...रात में तो बोली थी आज बाजार से चीज में दिलवाएगी... अम्मा अभी वापस आ जाएगी तुम चिंता ना करो दादी |"
दादी -" नहीं आएगी अब तेरी अम्मा कभी वापस हमेशा के लिए चली गई " आँसुओ को रोकने की नाकाम कोशिश करते हुऐ बोली |
राहुल - दादी.. ऐसी कौन सी जगह चली गई जहाँ से वापस नहीं आते... मैं जाऊंगा वहाँ ...आप नाम तो बताओ !!"
दादी - भगवान के पास चली गई लल्ला ! अब कभी नही आएगी वापस |"
राहुल रोते रोते चिल्लाकर बोला " मेरी अम्मा कहीं नहीं गई है... मैं बुलाऊंगा तो आजाएगी एक ही बार मे..देख लेना आप दादी "
राहुल दौड़ता हुआ आंखों में आंसू लिए अम्मा-अम्मा चिल्लाया...औरतों की भीड़ को चीरता हुआ अपने अम्मा को जमीन में आँखे बंद कर लेटा देख ...उसका दिल घबरा गया मन ही मन उसे भी कुछ बुरा हुआ है इसका अंदेशा लग गया था |
राहुल - अम्मा..!! कुछ तो बोल ... तू कितना सोएगी ... उठ जा अम्मा!!! उठ जा अम्मा !!! "
दादी और औरतों उसे मिलकर संभालने की कोशिश कर रही थी , पर वह चुप होने का नाम ही नहीं ले रहा था ; उसके पिता आंखों में आंसू लिए आंगन की ओर आए ... उनको देख राहुल दौड़कर उनके पास गया और गले लग कर रोते हुए बोला " बापू !! अम्मा को देखो क्या हो गया है ... अम्मा कुछ बोल ही नही रही हैं...तू उठा दे अम्मा को... कृपा करके उठा दे ...मैं वादा करता हूँ रुपये भी नही मागूँगा बस बापू अम्मा को उठा दे .!!"
राहुल के पिता अपनी आँखों के आंसू चाहा कर भी रोक नहीं पा रहे थे , अचानक रात अपनी पत्नी के देहांत के सदमे से वो उबर भी नही पाए थे कि अपने बेटे को ऐसे देख उनको और भी ज्यादा रोना आ रहा था |
जब पिता ने कोई उत्तर नही दिया आँसुओ के सिवा तो राहुल अपने पिता को छोड़ वापस अपनी मां के पास गया और रोते - रोते कहने लगा :
" अम्मा अब से मैं तुझको कभी परेशान भी नहीं करूंगा और न ही जिद करूंगा ; तू बस उठ जा एक बार |"
यह कहते कहते राहुल जोर-जोर से रोने लगा ; बदहवास होगया थोड़ी दी मे...आसपास पहले से ही कोहराम मचा हुआ था और कुछ देर बाद राहुल की अम्मा को उठाकर ले जाने लगे शमशान की ओर .... जहां जाने के बाद उसकी अम्मा और उनका शरीर कभी नहीं लौटेगा |
राहुल के लिए वह दिन उसकी जिंदगी का सबसे बुरा दिन था ; जब वो अगले दिन सो कर उठा तो जोर-जोर से अम्मा अम्मा चिल्लाने लगा | उसके पिता ने दौड़कर उसे शांत कराया , दादी उसके लिए दूध भी ले कर आई |
" ना दादी मैं नहीं पिऊंगा दूध... मुझे अम्मा के हाथों वाला दूध ही पीना है !!"राहुल ने आँखे दिखाते हुए कहा |
दादी - " तेरी अम्मा अब नहीं आएगी लल्ला "
राहुल - "नाराज हो कर चली गई क्या ? वह क्यों नहीं आएँगी ... कहती थी कभी छोड़कर नहीं जाएगी तो अब वादा काहे तोड़ा उन्होंने ?" मुँह फेरते हुए राहुल बोला |
दादी - " उन्हें भगवान ने बुला लिया बिटवा , तू ये दूध पी ले ; अम्मा तुझे भगवान के पास से देखती हूँगी ... अगर तू नहीं पिएगा तो उन्हें बुरा लगेगा |"
राहुल - " देखती रहेंगी या फिर आएंगी भी मेरे पास....
दादी सुनो !! भगवान तो पास के मंदिर में रहते हैं ना तो फिर वही है मेरी अम्मा क्या ?" (खुश होकर बोला)
दादी -नहीं बिटवा भगवान का घर तो ऊपर है वहां ...वही गई है तेरी अम्मा !! "
(आसमान की ओर इशारा करते हुए दादी अपना दुख छिपा कर बोली ... बार-बार वो रोना नही चाहती थी राहुल के आगे)
राहुल - " तो फिर मंदिर में कौन रहता है ? वहां भी तो भगवान का ही घर है ..? "
दादी - अरे लल्ला वहां भी रहते हैं और यहां भी रहते है भगवान ; तू अब बस दूध पी ले !|"( दादी अपने आंसुओं को छिपा रही थी; वो पहले से ही परेशान थी ..., राहुल की चिंता और उसके सवाल उन्हें और दर्द दे रहे थें )
राहुल - " ग्लास दे दो मुझे; मैं बाहर जाकर पी लूंगा दूध ...!"
इतना कहकर राहुल ग्लास लिए मंदिर की ओर दौड़ता हुआ घर से निकला ....
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क्रमशः 💐
🙏राधे राधे🙏
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