राधा अम्मा (भाग - 5 )

 

               ◆ भाग - 5 ◆

      


वह आंख बंद कर फोटो उठाने ही जा रहा था ; अचानक उसे महसूस हुआ कि फोटो उठ ही नहीं रही थी , जब आंखें खोलकर उसने देखा तो एक सुंदर स्त्री लाल साड़ी पहने फोटो को पकड़ी हुई थी |
उस स्त्री की आंखे इतनी सुंदर कि मानो कोई प्रेम का सरोवर हो!!  देखते ही डूब जाऊं जिनमें ...सौंदर्य इतना मानो कोई स्वर्ण हो !! जो चमका जा रहा था ; चन्द्र भी शर्मा जाए ऐसी आभा देख ....ऐसा अद्भुत रूप देखकर कोई भी अनुमान लगा सकता है कि वह कोई और नही सबकी प्यारी माँ राधारानी ही थी |
        उन्हें देख राहुल के अपने आप आँसू निकले जा रहे थे , वह बस एक जगह जमा हुआ उन्हें एकटक देखता ही जा रहा था | इस चुप्पी को तोड़ने के लिए मां राधा रानी मुस्कुरा कर बोली -
"  क्या रे लल्ला !! अपनी अम्मा को क्या कोई घर से निकालता है ? राधा रानी का रुप कितना मनमोहक था उतनी ही  मधुर उनकी आवाज भी थी ;  ऐसा सुन राहुल जोर से उनके गले लग गया और बोला |

राहुल - "अम्मा तुम मुझसे कभी दूर मत जाना ....मुझे कभी छोड़कर मत जाना !!"
          ऐसा कहकर वो रोने लगा |
राधारानी -  मैं तुझसे दूर कहाँ  जा रही थी ...?? तू ही तो मुझे छोड़ने जा रहा था ! "

राहुल के आंसू पूछते हुए राधारानी बोली |

राहुल - क्या आप कुछ भी कहती हो ..!! कोई बच्चा भला अपनी अम्मा को  खुद से दूर क्यों करेगा ..??
अब तुम इतने दिनों से भूखी थी तो मुझसे तुम्हारी दशा देखी नहीं गई ...इसीलिए तो छोड़ने जा रहा था !!"
भोली सूरत बनाकर राहुल बोला |

राधारानी - " तो फिर मुझे कुछ खिलाया क्यों नहीं अगर इतनी ही चिंता थी जब मेरी ?? !!"
राहुल -ऐसा काहे कहती हो अम्मा !! रोज तो खाना रखता था तेरे वास्ते...पर  तू ही नहीं खाती थी !!"

राधारानी -  "अपनी अम्मा के सामने खाना रखता था... कभी हाथों से खिलाया तूने ?? ; जब बच्चा नहीं खाता है तो उसकी माँ उसे अपने हाथों से खिलाती है ...!! तो क्या  बच्चे का भी वही फर्ज नही होता है ??
तूने मुझे खिलाया नहीं तो मैंने खाया नहीं !!"

राहुल-  "अरे अम्मा !! यह क्या कह दिया ?? लो अभी खिला देता हूं !"
यह कहकर अपने हाथ में प्लेट लिए और हृदय में प्रेम लिए  राहुल ने राधा रानी को खिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ाया |
राधारानी - "अरे रुक जा लल्ला !! क्या कभी आजतक देखा है तूने माँ को अपने लल्ला से पहले खाना खाते हुए ??
ले पहले तू खा फिर मुझे खिलाना !!"

फिर ऐसा ही होता है ...  सच में वह दृश्य अद्भुत था !! समस्त ब्रह्मांड की मां अपने पुत्र को भोजन खिला रही थी ऐसा लग रहा था उस वक्त मानो समस्त संसार की क्षुधा को तृप्ति मिल गई हो !!|

उस दिन के बाद से रोज रात को राधारानी राहुल से मिलने आती और अपने हाथों से भोजन खिलाती , लोरी सुनाती और ढेर सारा दुलार करती थी |

एक दिन राहुल उनसे बोला ;
" अम्मा कब मैं सब बच्चों की तरह तुम्हारे संग बाहर घूमने जा  पाऊंगा ... ? सब बच्चे तो अपनी अम्मा के संग बाजार चीज लेने जाते हैं और एक मैं ही हूँ बस जो यही रात को मिलता हूं !! , पता है ... जब किसी से कहता हूं कि तुम मेरी अम्मा तो सब यही कहते हैं की तुम तो सारे जग की माँ हो ...!! मेरी अम्मा नहीं हो सकती...  अब तुम ही बता दो सबको कि तुम मेरी अम्मा हो ..!!"

राधारानी - " सबको काहे बताना हैं ?"

राहुल -  अम्मा जब से तुम आई हो तब से मैं बहुत खुश हूं ... तुमको पता है ... दादी पूछती भी है कि अंदर मैं क्या करता हूं !!  पर मैं उन्हें नहीं बताता..., पता है क्यों !!  ... क्योंकि मुझे डर हैं कही मेरी अम्मा को नजर लग गई तो ...???  अगर तुम बाहर आई तो सब तुम्हें अपनी मैया बोलकर अपने साथ ले जाएंगे तो फिर मेरा क्या होगा .... दादी को भले ही नजर ना लगे पर दुनिया वालो से तो बचा कर रखना ही होगा ...?? क्यों सही कह रहा हूँ मैं अम्मा ..!?"

यह कहकर राहुल और राधारानी एक साथ हँसते हैं |

राहुल - अम्मा एक बात तो बताओ  ...जब मुझे नींद नहीं आती है तो तूम लोरी सुनाती हो , भूख लगती हैं तो खाना खिलाती हो,  मुझे ढेर सारा प्यार भी करती हो !!  तू क्या हमेशा ऐसे ही रहेगी... क्यों अम्मा !???

राधारानी - तू अकेला कभी नही रहेगा ...अम्मा तेरे हमेशा साथ रहेगी !!

ऐसा सुन राहुल थोड़ा उदास होकर बोला -
" काश !! मैं तुम्हारे साथ घूमने जा पाता और लोगों की तरह .....पर कोई नहीं अम्मा !!  जब मैं तुम्हारे साथ होता हो तो मुझे सारे सुख खुद ही मिल जाते हैं !!"
अंत मे हल्की सी मुस्कान देकर अपनी बात खत्म की |

राधारानी - " तुझे अपनी अम्मा के साथ घूमने जाना है क्यों ??  तेरी  ये इच्छा भी जल्दी पूरी होगी !|"

राहुल - (खुशी से ) सच में अम्मा !!  अम्मा पता है ...तुम सच में बहुत प्यारी हो !!"

यह कहकर राहुल राधारानी के गले लग गया |

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क्रमशः 💐

राधे राधे🙏


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Comments

Nikhil kumar said…
Hay, kitna manmohak drisya hai ye ☺️👏❤️
Ye sab padh kr k mera v Radha amma se Milne ka mn ho Raha hai🥺