भाग -3 (राधा अम्मा)


                 ◆ भाग -3 ◆
   

  




राहुल ने यह बात बड़ी मासूमियत से कही और गेट बंद करके बाहर चला गया | शाम को जब वह पिताजी और दादी के साथ खाना खा रहा था तब  सबकी नजरों से छुपा कर एक रोटी और थोड़ी सी सब्जी उसने अपने साथ रख ली और रात के समय जब सब सो गए तो चुपचाप राधा रानी के कमरे में गया |
      वहां पहुंच कर उसने देखा कि सुबह का खाना तो वैसे का वैसा ही रखा हुआ था ; ऐसा देख वो गुस्से से कहने लगा :-
        "आपने कुछ खाया क्यों नहीं ...? राधे मैया यह देखो मैं आपके लिए दुसरा खाना भी लेकर आया था ...मुझे तो लगा था कि  आपने  मेरा दिया हुआ खा लिया होगा!!  ।
..... माना आपको अपने घर की याद आ रही होगी ...तो भूखी क्यों रहती हो ..? कुछ तो खा लो |
  अच्छा मुझे माफ कर दो !!  मैं आपको आपने साथ बिना पूछे यहां पर ले आया ... अब आप ही बताओ मैं अपनी अम्मा के बिना कैसे रहूंगा ??  पहले तो मैं आपको गुस्से में लाया था ; पर आपको देखकर ऐसा लगता है ....जैसे मेरी अम्मा मेरे सामने बैठी हो.... देखो अगर आपकी जगह मेरी अम्मा होती तो मैं उन्हें भूखा नहीं रहने देता !! खा लो खाना आप भूखे न रहो ऐसे ... |
     आप जब तक नहीं खाओगी मैं यहीं बैठा रहूंगा आपके पास !|"
    
        उसके बाद राहुल फोटो के सामने राधा मैया खा लो खाना कहते-कहते सो गया | अगले दिन जब वह उठा तो उसे दादी की आवाज सुनाई दे रही थी , वे उसे पुकार रही थी  ; एक नजर राधारानी की ओर देख फिर वहीं पड़े खाने की ओर देख वह उदास हो गया | उसके बाद बुझे मन से वहां से बाहर चला गया ,  बाहर जाते ही उसकी दादी और पिता जी ने पूछा कि कहां था वह रात भर ; तब  उसने बहाना बनाकर कह दिया की अम्मा की याद आ रही थी उसे इसलिए अंदर वाले कमरे में सो गया , घरवालो ने इस बहाने को सच मान लिया फिर सब अपने-अपने काम पर लग गए |

      जब उसके पिताजी ड्यूटी चले गए थे और दादी आराम कर रही थी तब राहुल नहा-धोहकर उसी कमरे में गया ;  वहाँ जाकर राधा रानी के फोटो के समक्ष कहने लगा -: " क्यों आप भूखी हो ..!!? कृपया करके कुछ तो खा लो ... मुझे आपका यूं भूखा रहना अच्छा नहीं लगता है , आप भूखी रहती हो तो लगता है मेरी अम्मा भी भूखी है ...खा लो खाना !!!
अच्छा सुनो यह कल का भोजन मैं बाहर गौमाता को दे देता हूं और आप के लिए ताजा भोजन लेकर आऊंगा तब खा लेना !!"

बाहर जाकर राहुल ने देखा दादी सोई थी तो वह चुपचाप रसोई की मेज  में से केले उठा कर ले आया और राधा रानी के सामने रखकर बोला -
     "  यह लो केले अभी यही मिले इसे खा लो !!"
   वो राधा रानी के खाने का इंतजार करता रहा जब कुछ नहीं हुआ  तो रोनी सूरत बनाकर दुखी मन से बोला :

     " मैं जानता हूं आप अपने घर ...अपने कृष्ण से दूर आकर दुखी हो ..!!   पर अगर भूखी रहोगी तो बीमार हो जाओगी... कुछ तो खा लो राधा मैया...!!
      मेरी राधा अम्मा !!!...
देखो तो !!! मेरे मुंह से आपके लिए अम्मा भी निकल गया... अब क्या आप अपने बेटे की भी नहीं सुनोगे ??
कुछ तो खा लो भूखे ना रहो|" इतना कहकर राहुल की आंखों में से आंसू छलक  गए |

     अचानक उसके मन में एक ख्याल आया और वह दौड़कर रसोई से दो और केले उठाकर मंदिर की ओर भागा ,  उस समय मंदिर में थोड़ी सी भीड़ थी ; जब भीड़ पूरी तरह से हट गयी तब राहुल ने श्रीकृष्ण जी की बड़ी सी मूर्ति के सामने केले रख कर हाथ जोड़े और रोते हुए कहने लगा  .....

.
.

.
.

   क्रमशः💐




भाग - 4 यहाँ से पढ़े 


अन्य भागों की सूचि जानने के लिए यहाँ क्लिक करे !


For any queries contact


Harshita.radhika88@gmail.com



❤️🙏राधे राधे🙏❤️

Comments